Sunday, April 8, 2012

ये ज़िन्दगी हमारी ....



बंटी
बंटी सी ये ज़िन्दगी।
बंटे बंटे से हैं हम॥
ना कभी हुए, यहाँ पूरे
और वहां हमेशा कम
कशमकश में ह़े ज़िन्दगी
कशमकश में हैं हम
बंटी बंटी सी ये ज़िन्दगी।
बंटे बंटे से हैं हम॥